
पूछता है उत्तराखंड क्या इससे पहले कभी आपको ऐसा मुख्यमंत्री मिला जो लगातार भ्रष्टाचार पर प्रहार करता दिखा??
पूछता है उत्तराखंड नकल माफिया को सलाखों के अंदर किसने पहुंचाया….?
लैंड जिहाद मजार जिहाद पर प्रहार, सहित सरकारी जमीनों को अतिक्रमण से मुक्त किसने कराया….?
धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून कौन लाया???
निकल विरोधी कानून किसने बनाया ????
क्या आज तक इससे पहले किसी के भी राज में भ्रष्टाचारी सलाखो के के अंदर तक पहुंचे थे ??

उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का संकल्प है मुख्यमंत्री धामी का : रजिस्ट्रार ऑफिस में गड़बड़ी मामले मे वरिष्ठ अधिवक्ता विरमानी गिरफ्तार
रजिस्ट्रार ऑफिस में गड़बड़ी मामले मे वरिष्ठ अधिवक्ता विरमानी होगा गया गिरफ्तार… मुख्यमंत्री धामी का भ्रष्टाचारियों पर चला चाबुक ….
रजिस्ट्रार ऑफिस में पुराने बैनामों में छेड़छाड़ के मामले में.. मुख्यमंत्री धामी ने शुरू से ही आक्रोश में थे … और उनके निर्देश पर ही.. मुकदमे दर्ज होने से लेकर sit तक का गठन हुआ…, मुख्यमंत्री धामी का सख्त निर्देश है कि. हर भ्रष्टाचारियों को सलाखों के अंदर पहुंचना है..
रजिस्ट्रार ऑफिस में पुराने बैनामों में छेड़छाड़ के मामले में प्राथमिक जांच के बाद डीएम ने कोतवाली देहरादून को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। इसके बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी इमरान का नाम सामने आया।
रजिस्ट्रार ऑफिस में गड़बड़ी के मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता कमल विरमानी को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। कई दिन की आंख मिचौली के बाद विरमानी अपने ही घर से एसआईटी के हत्थे चढ़ गए। अधिवक्ता को पुलिस किसी गुप्त स्थान पर ले गई, जहां उनसे देर रात तक पूछताछ की गई। विरमानी पर आरोप है कि उन्होंने अपने मुंशी और वकील इमरान के साथ मिलकर करोड़ों का खेल किया। मामले में अब तक नौ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
रजिस्ट्रार ऑफिस में पुराने बैनामों में छेड़छाड़ का मामला डेढ़ महीने पहले सामने आया था। प्राथमिक जांच के बाद डीएम ने कोतवाली देहरादून को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। इसके बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी इमरान का नाम सामने आया।
विरमानी का सीधे तौर पर इस मामले में हाथ
एसआईटी ने प्राथमिक पड़ताल के बाद वकील इमरान को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई। मामले में कचहरी में और कई बड़े लोगों की तरफ उंगलियां उठने लगीं। इसी बीच नाम आया वरिष्ठ अधिवक्ता कमल विरमानी का। साक्ष्य नहीं मिलने से पुलिस विरमानी पर हाथ नहीं डाल पा रही थी, लेकिन तीन दिन पहले विरमानी के मुंशी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इससे यह बात पुष्ट हो गई कि विरमानी का सीधे तौर पर इस मामले में हाथ है। बताया जा रहा है कि विरमानी ने 50 करोड़ से भी ज्यादा के वारे न्यारे इस जालसाजी में कर डाले।
पूछता है उत्तराखंड क्या इससे पहले कभी आपको ऐसा मुख्यमंत्री मिला जो लगातार भ्रष्टाचार पर प्रहार करता दिखा??
पूछता है उत्तराखंड नकल माफिया को सलाखों के अंदर किसने पहुंचाया….?
लैंड जिहाद मजार जिहाद पर प्रहार, सहित सरकारी जमीनों को अतिक्रमण से मुक्त किसने कराया….?
धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून कौन लाया???
निकल विरोधी कानून किसने बनाया ????
क्या आज तक इससे पहले किसी के भी राज में भ्रष्टाचारी सलाखो के के अंदर तक पहुंचे थे ??
