नतीजों से पहले ही बहुमत जुटाने में जुटी बीजेपी, कैलाश विजयवर्गीय जुट गए अपने काम में , कई निर्दलीयों से भी हो चुकी उनकी बात
मतगणना से पहले ही बीजेपी नेताओं ने कैसे बहुमत जुटाना है इस पर मंथन शुरू कर दिया है यहां तक कि मुलाकातों का दौर भी शुरू हो गया है निर्दलीय विधायकों को कैसे अपने पाले में कर रहा है इसको लेकर भी कोशिश से तेज हो चुकी हैं और इसी काम के लिए तो केंद्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी आलाकमान ने देहरादून भेजा है वही नतीजों से पहले ही बीजेपी ने निर्दलीयों को साधना शुरू कर दिया है.
विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजो के बाद पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति में भाजपा ने प्लान बी पर काम शुरू कर दिया है। दून में डेरा डाले भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजय वर्गीय ने अपने अंदाज में इसका आगाज भी कर दिया है। दो मजबूत निर्दलीयों से उनकी मुलाकात हो चुकी है।
उधर, यूकेडी के देवप्रयाग प्रत्याशी दिवाकर भट्ट के प्रेस कांफ्रेंस स्थगित कर अचानक दिल्ली रवाना होने से सियासी हलचल बढ़ गई हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विजय वर्गीय ने रविवार को ही दून में डेरा जमा दिया था। तोड़फोड़ में माहिर वर्गीय के दून पहुंचने के बाद कांग्रेस अपने किलेबंदी को मजबूत करने में जुट गई है।
भाजपा के दिग्गज हालांकि पूर्ण बहुमत मिलने का दावा कर रहे हैं लेकिन उनके रडार पर जिताऊ निर्दलीयों के साथ ही बसपा व यूकेडी के उम्मीदवार भी हैं। सूत्रों ने बताया कि रविवार को वर्गीय की यमनोत्री के निर्दलीय प्रत्याशी संजय डोभाल और केदारनाथ के कुलदीप सिंह से मुलाकात की।
बंद कमरे में यह मुलाकात काफी लंबी चली। माना जा रहा है कि अगर भाजपा को पूर्ण बहुमत न मिला और दोनों निर्दलीय जीतने में कामयाब रहते हैं तो ऐसी स्थिति में भाजपा अभी भी उन्हें अपने पाले में लाने की जुगत में जुट गई है। डोभाल का कहना है कि बातचीत तो उनसे दोनों ही दलों के नेता कर रहे हैं। वहीं, कुलदीप रावत से संपर्क नहीं हो पाया।
यूकेडी के देवप्रयाग प्रत्याशी दिवाकर भट्ट सोमवार को ने दून में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी, लेकिन अचानक ही वे कार्यक्रम स्थगित कर दिल्ली रवाना हो गए हैं। इससे सियासत में गरमाहट बढ़ गई है। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि वर्गीय बसपा के कुछ मजबूत प्रत्याशियों से भी हरिद्वार में मुलाकात कर सकते हैं।